महराजगंज,रायबरेली। कोतवाली क्षेत्र के ईसापुर मजरे रुकुनपुर बइखरा गांव में आई बारात में बख्शीश लेने पहुंचे किन्नरों के दो समुदाय में कहा सुनी होने लगी। देखते ही देखते कहा सुनी मारपीट में तब्दील हो गई और मारपीट इतनी बढ़ गई कि जिसमें एक भैंस सहित लगभग आधा दर्जन से अधिक लोग चोटहिल हो गए। घटना की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने चोटहिलों व दोनों समुदाय के किन्नरों को कोतवाली लाकर चोटहिलों का मेडिकल परीक्षण करा कर मामले को सुलझाने का अथक प्रयास किया जिसमें दोनों समुदाय के किन्नरों ने आपसी सुलह समझौता कर अपने-अपने क्षेत्र में बख्शीश लेने की बात पर सहमत हुए।
बताते चलें कि महराजगंज क्षेत्र के मूड़ू का पुरवा मजरे अतरेहटा गांव निवासी मनीष यादव की बारात महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के ईसापुर मजरे रुकुनपुर बइखरा बृहस्पतिवार को गई थी जिसमें आज दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह 10:00 बजे महराजगंज कस्बे के मुड़ू का पुरवा में रहने वाली किन्नर अंगूरी, पलक अपने साथियों के साथ बख्शीश लेने हेतु गांव पहुंच गई जैसे ही इसकी सूचना रायबरेली के किन्नरों को हुई वैसे ही आनन-फानन रायबरेली के किन्नर पूनम और राज मास्टर सहित कई लोग बख्शीश लेने हेतु गांव पहुंच गए।
सीमा विवाद व अपने क्षेत्र के बंटवारे को लेकर दोनों पक्षों में कहा सुनी होने लगी देखते ही देखते कहा सुनी मारपीट में तब्दील हो गई जिसमें दोनों पक्षों के आधा दर्जन से अधिक लोग व एक भैंस का पैर टूट गया और भारी मात्रा में लोग चोटहिल हो गए घटना की सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस व डायल 112 की सूझबूझ के चलते व अथक प्रयास से सभी चोटहिलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महराजगंज लाया गया और प्राथमिक उपचार कराया गया।
कोतवाली परिसर में उपस्थित दोनों समुदाय के पदाधिकारी द्वारा यह निर्णय लिया गया कि हम सभी लोग आपस में सुलह समझौता कर रहे हैं किसी प्रकार की विधिक कार्रवाई नहीं चाहते और चोटहिल भैंस के इलाज हेतु जो भी पैसा लगेगा वह हम दोनों पक्षों के लोग वहन करेंगे तथा हमारे कमेटी के लोगों द्वारा जो फैसला होगा वह मान्य होगा।