महराजगंज/ रायबरेली। विगत 5 दिन पूर्व दिन दहाड़े फावड़े से काटकर की गई किसान की निर्मम हत्या के मामले में आखिरकार चचेरा नाना ही निकला मृतक का हत्यारा और कोतवाली पुलिस की सक्रियता के चलते बीती रात कड़ी मशक्कत के बाद अभियुक्त राम मनोहर को आला कत्ल के साथ कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है।
आपको बताते चले की दिनांक 03 जून को दिन में लगभग 10:00 बजे अपने खेत में काम कर रहे किसान तेज बहादुर उम्र 42 वर्ष की काम करते समय चचेरे नाना राम मनोहर ने नशे में धुत होकर फावड़ा मारकर हत्या कर दी थी, और पुलिस की नजर से अभियुक्त फरार हो गया परिजनों की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात हत्यारे के खिलाफ आनन-फानन मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू कर दी।
जिसको संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने अपने कुशल नेतृत्व के चलते कोतवाली पुलिस को सख्त हिदायत देते हुए जल्द ही हत्या के खुलासे की बात कही थी। जिसको संज्ञान में लेते हुए कोतवाली प्रभारी जगदीश यादव व विवेचक एस एस आई देवेंद्र सिंह भदौरिया ने अपने कुशल नेतृत्व व कुशल कार्य क्षमता व कार्य दक्षता को दर्शाते हुएआनन-फानन दबिश देकर लोगों से पूछताछ करते रहे और तीन दिन बाद ही जैसे ही कोतवाली पुलिस को यह पता लगी की हत्यारा कोई और नहीं बल्कि मृतक तेज बहादुर का चचेरा नाना राम मनोहर ही है।
बीती रात मुखबिर खास की सूचना पर कल दिनांक 07 जून को महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के पुरासी मोड़ से धर दबोचा और कोतवाली लाया गया। जिसमें पूछताछ के दौरान राम मनोहर ने कबूल किया कि विगत कुछ माह पहले उसकी बेटी की शादी थी शादी तुड़वाने के लिए बेटी को बदनाम करने का प्रयास किया गया और शादी टूटते टूटते बची जिस बात को लेकर मृतक व हत्यारे के परिवार के बीच आपसी तनाव आए दिन बना रहता था और आखिरकार राम मनोहर ने 03 जून को इस पुरानी रंजिश को लेकर खेत में काम करने गए तेज बहादुर को मौत के घाट उतार दिया यह बात पूछताछ के दौरान राम मनोहर ने कबूल की।
42 वर्षीय किसान की, की गई निर्मम हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने कार्यवाहक क्षेत्राधिकारी यादवेंद्र बहादुर पाल को इस हत्या के खुलासे की बागडोर सौंपी थी जिसको बखूबी निर्वहन करते हुए क्षेत्राधिकारी यादवेंद्र बहादुर पाल के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी जगदीश यादव व विवेचक देवेंद्र सिंह भदौरिया द्वारा किए गए खुलासे ने यह साबित कर दिया है, कि कोतवाली पुलिस ने सही आरोपी को जेल भेजा है और ऐसे जघन्य अपराध में अपनी कार्य क्षमता व कार्य दक्षता को दर्शाते हुए कोतवाली पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
किसान की हुई निर्मम हत्या का पर्दाफाश जैसे ही हुआ वैसे ही मृतक के भाई प्रदीप कुमार ने कोतवाली पहुंचकर हत्या अभियुक्त सहित चार अन्य लोगों पर हत्या का षड्यंत्र रचने व हत्या के लिए उकसाने के मामले में कोतवाली पुलिस को लिखित तहरीर दी है।
जिसमें मृतक के भाई प्रदीप कुमार ने कहा है कि राम मनोहर पुत्र स्वर्गीय रामपाल, सुधांशु उर्फ निर्मल, मंजू पत्नी सुधांशु, रामलली पत्नी राम मनोहर, कृतिका पटेल पुत्र राम मनोहर ने साजिश रचकर मेरे भाई की हत्या की है। यदि जल्द ही अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल न भेजा गया तो हम सभी धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
जिले पर स्थित पुलिस सभागार में अपर पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा व क्षेत्राधिकारी प्रदीप कुमार की मौजूदगी में हत्या का अनावरण किया गया जिस पर हत्या अभियुक्त राम मनोहर ने उपस्थित मीडिया कर्मियों के सामने कबूल किया कि नशे में धुत होकर दिन में लगभग 10:00 बजे इस घटना को अंजाम दिया है और पुरानी रंजिश के चलते ऐसा काम करने को मैं मजबूर हुआ।
इस मौके पर कोतवाली प्रभारी जगदीश यादव, एस एस आई देवेंद्र सिंह भदौरिया, एस आई सुनील सिंह चौहान, एस आई रोहित कुमार, आरक्षी ज्ञानेंद्र तिवारी, आरक्षी कुंदन यादव, आरक्षी पिंटू यादव, आरक्षी गौरव कुमार आदि लोग मौजूद रहे।