लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में प्रदेश में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों की दीदियों द्वारा मनरेगा साइटों पर लगायें जाने बोर्ड (सिटीजन इनफार्मेशन बोर्ड), जिन पर कार्यों का पूरा विवरण अंकित होता है, को बनाकर आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी हो रही हैंऔर ग्रामीण महिलाओं को स्वालम्बन की राह भी दिखा रही हैं। इस तरह गांव की महिलाएं अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने में सहभागिता भी सुनिश्चित कर रहीं हैं।
प्रति वर्ष स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा वृहद स्तर पर सीआईबी बोर्ड का निर्माण किया जा रहा है।ग्राम्य विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्राप्त जानकारी के आधार पर बीते वर्ष 2023-24 में प्रदेश में ग्रामीण आजीविका मिशन के 1100 से ज्यादा स्वयं सहायता समूहों की 5000 से ज्यादा महिलाओं द्वारा 5 लाख से अधिक नागरिक सूचना पट्टिका (ब्प्ठ) निर्मित किये गये ,जबकि वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में अब तक ग्रामीण आजीविका मिशन के 1100 स्वयं सहायता समूहों की 5465 महिलाओं द्वारा लगभग 3.76 लाख नागरिक सूचना पट्टिका (ब्प्ठ) निर्मित किये जा चुके हैं।
इससे महिलाओं की आय में वृद्धि के साथ उनमें उद्यमिता की भावना विकसित हो रही है। शासन से जारी आदेशानुसार मनरेगा योजनान्तर्गत परिसंपत्तियों के सृजन में प्रयुक्त होने वाले सीआईबी बोर्ड की 100 फीसद आपूर्ति महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ही करने के निर्देश हैं। कार्यस्थल पर लगने वाले सीआईबी बोर्ड के निर्माण हेतु संबंधित समूह को ससमय एडवांस आर्डर दे दिया जाता है, ताकि समय से सभी कार्य स्थलों पर निर्धारित मानकों के अनुसार सीआईबी बोर्ड स्थापित किया जा सके।