शकील अहमद
सरोजीनगर, लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर तहसील क्षेत्र में भूमाफियाओं द्वारा कब्जाई गई करोड़ों की कीमत वाली चारागाह भूमि को प्रशासन ने मुक्त कराया है।
ग्राम बेहटा, परगना बिजनौर, स्थित खसरा संख्या 296 की 0.101 हेक्टेयर ज़मीन, राजस्व रिकॉर्ड में चरागाह (गौचर भूमि) के रूप में दर्ज है। भूमाफियाओं ने इस भूमि पर अवैध तरीके से प्लाटिंग कर लाखों-करोड़ों का खेल कर डाला था।
प्रशासन की टीम ने गुरुवार को भारी पुलिस बल और नगर निगम सुरक्षा टीम की मौजूदगी में अभियान चलाया। नायब तहसीलदार आस्था पांडेय के निर्देशन में, तहसीलदार सुखबीर सिंह, कानूनगो समर बहादुर सिंह व क्षेत्रीय लेखपालों की संयुक्त टीम ने भूमि का पुनः चिन्हांकन किया और मौके पर नगर निगम का बोर्ड भी लगवाया गया।
सबसे बड़ा प्रश्न यह उठता है कि आखिर भूमाफियाओं को कब्जा करने की छूट किसकी मिलीभगत से मिलती है?कई साल बीत जाने के बाद प्रशासन की नींद क्यों खुलती है? क्या इस मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी?स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि ऐसी कार्यवाही समय रहते हो तो लाखों की सरकारी ज़मीन बच सकती है।