लखनऊ। लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र में तहसील प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भू-माफियाओं के कब्जे से चारागाह की सरकारी जमीन को मुक्त कराया है। यह कार्रवाई उपजिलाधिकारी अंकित शुक्ला के निर्देशन में ग्राम बेहटा, परगना बिजनौर में की गई, जहां करीब 30 लाख रुपये मूल्य की 0.117 हेक्टेयर जमीन पर अवैध प्लाटिंग कर कब्जा कर लिया गया था।
योगी सरकार के सख्त निर्देश पर चला बुलडोजर अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जों के खिलाफ प्रदेशभर के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। उन्हीं आदेशों का पालन करते हुए सरोजनी नगर तहसील प्रशासन ने यह साहसिक कदम उठाया। खसरा संख्या 374, जो राजस्व अभिलेखों में चारागाह के रूप में दर्ज है, उस पर भूमाफियाओं द्वारा प्लॉट काटे जा रहे थे। प्रशासन ने राजस्व टीम व पुलिस बल की मदद से पुनः चिन्हांकन कर “यह चारागाह भूमि है” का बोर्ड लगवाकर जमीन को कब्जे से मुक्त कराया।
टीम में उपजिलाधिकारी अंकित शुक्ला,कानूनगो समर बहादुर सिंह,क्षेत्रीय लेखपाल और राजस्व निरीक्षक व स्थानीय पुलिस बल शामिल रहा।
इस संयुक्त टीम ने चिन्हांकन कर जमीन को कब्जे से मुक्त कराते हुए स्पष्ट किया कि यह चारागाह की भूमि है और इस पर कोई निर्माण या बिक्री गैरकानूनी है।
क्या कहते है SDM अंकित शुक्ला
“सरोजनी नगर तहसील क्षेत्र के ग्राम बेहटा की सरकारी भूमि को भू-माफियाओं ने कब्जा कर रखा था। राजस्व रिकॉर्ड के आधार पर चिन्हांकन कर जमीन को मुक्त कराया गया है। कब्जेदारों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि यह केवल शुरुआत है। प्रशासन पूरे क्षेत्र की सरकारी जमीनों को चिन्हित कर अवैध कब्जों से मुक्त कराएगा।