शकील अहमद
सरोजनीनगर, लखनऊ। सरोजनीनगर तहसील प्रशासन ने भूमाफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम रेवरी में सरकारी उसर भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को हटवाया। उप जिलाधिकारी अंकित शुक्ला के निर्देश में चलाए गए इस अभियान के तहत लगभग 2 करोड़ 10 लाख रुपये मूल्य की भूमि को कब्जे से मुक्त कराकर पुनः सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कराया गया।
यह मामला ग्राम रेवरी, परगना बिजनौर की खसरा संख्या 80 से जुड़ा है, जो कि 0.266 हेक्टेयर क्षेत्रफल की भूमि है और राजस्व अभिलेखों में ‘उसर’ (बंजर भूमि) के रूप में दर्ज है। इस भूमि पर भूमाफियाओं द्वारा अवैध रूप से प्लाटिंग कर निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सख्त एक्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी भी सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा सहन नहीं किया जाएगा, और सभी भूमाफियाओं के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में सरोजिनी नगर में लगातार कार्रवाई की जा रही है।
भारी पुलिस बल और राजस्व टीम ने की कार्रवाई
सोमवार सुबह राजस्व टीम और भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुँचकर भूमि का पुनः चिन्हांकन किया गया। इसके बाद उस स्थान पर ‘यह भूमि उसर है’ का बोर्ड लगवाकर यह स्पष्ट कर दिया गया कि यह सरकारी जमीन है।
प्रशासनिक टीम में उपजिलाधिकारी अंकित शुक्ला, तहसीलदार सुखबीर सिंह, नायब तहसीलदार आस्था पांडेय, कानूनगो समर बहादुर सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल व राजस्व निरीक्षक, पुलिस बल सहित शामिल रहे।
एसडीएम बोले – नहीं बख्शे जाएंगे कब्जेदार
एसडीएम अंकित शुक्ला ने कहा “यह भूमि सरकारी अभिलेखों में उसर के रूप में दर्ज है जिसे अवैध रूप से कब्जा किया गया था। चिन्हांकन कर कब्जा हटवा दिया गया है और कब्जेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रशासन द्वारा आगे भी ऐसे ही हर अवैध कब्जे की पहचान कर जमीनें मुक्त कराई जाएंगी।