- पति ने विरोध किया तो आरोपी ने पति व परिजनों के खिलाफ पत्नी से पुलिस में करा दी झूठी शिकायत
रायबरेली। पति-पत्नी के बीच में अगर कोई बाहरी की पैठ बन जाए तो मेरठ जैसी घटना को अंजाम देने में देर नहीं लगती यह कहना मुश्किल होगा। बाहरी युवक के हस्तक्षेप से घर को बर्बाद होने से कोई रोक नहीं सकता।
ज्ञात हो कि थाना क्षेत्र के हरीपुर मिर्दहा गांव का ताजा मामला इस समय चर्चा मे है। हरीपुर मिर्दहा निवासी सब्बीर खां उसके नाबालिक पुत्र के साथ खीरों थाने में शिकायती पत्र देते हुए बताया कि क्षेत्र के एक तथाकथित पत्रकार का उसके घर में पिछले काफी महीनों से हस्तक्षेप है। तथाकथित पत्रकार ने उसके घर में पैठ बना ली है। उसकी पत्नी के साथ पिछले कई महीनों से क्षेत्र के रहने वाले उस तथाकथित पत्रकार के साथ बच्चों ने देखते पिता को बात बताई।
पूर्व में काफी समय तक उसे इस बात की जानकारी नहीं हुई पर जब उसे इस बात की जानकारी हुई तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया। जिसके बाद से वह तथाकथित पत्रकार पत्नी के साथ मिलकर उसे किसी न किसी मामले में फंसाने की और जान से मारने की धमकी दे रहा है। हरीपुर मिर्दहा निवासी सब्बीर खां ने बताया कि वह तथाकथित पत्रकार पिछले काफी महीनों से उसकी गैर मौजूदगी में उसके घर खाता पीता ,आता-जाता रहता है और घर के अंदर घंटों तक समय बिताता है।
काफी समय तक उसे इस पूरे मामले की जानकारी नहीं हो सकी। जब उसे इस बात की भनक लगी तो उसने इस बारे में अपनी पत्नी से पूछताछ शुरू किया। मामला खुलता देख उसकी पत्नी अपना आपा खो बैठी और क्रोध में उसे उल्टा-सीधा जो जुबान पर आया कहने लगी। उसकी पत्नी ने उस तथाकथित पत्रकार से दोनों द्वारा किए जा रहे गलत काम का सारा भेद खुलने की बात मोबाइल फोन पर बताई।
सब्बीर खां का कहना है कि उस तथाकथित पत्रकार ने उससे मामले में शांत बैठने को कहा लेकिन जब उसने अपनी पत्नी द्वारा किए जा रहे गलत काम का हर हाल में विरोध करने की बात कही तो उस तथाकथित पत्रकार ने उसके खिलाफ एक षड्यंत्र रच दिया। पत्रकार ने उसकी पत्नी से उसके व उसके भाइयों के खिलाफ मनगढ़ंत व फर्जी आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत किया ताकि उसकी पत्नी और व तथाकथित पत्रकार नाजायज तरीके से गलत काम करते रहें और मैं चुपचाप शांत बैठा रहूं। आखिर यह कैसे संभव हो सकता है।
सब्बीर खां का कहना है कि चाहे वह तथाकथित पत्रकार उसकी जान भले ले ले लेकिन वह अपनी पत्नी को ऐसा गलत काम करने की छूट हरगिज नहीं दे सकता है। पीड़ित सब्बीर खां का कहना है कि उसकी पत्नी घंटो-घंटो तक उस तथाकथित पत्रकार से मोबाइल फोन पर बात करती रहती है। यह दोनों की कॉल- डिटेल से पता चल जाएगा। सब्बीर खां ने बताया कि वह काफी समय से घुट-घुट कर जी रहा है। अगर ऐसा ही रहा तो वह अपने बेटे के साथ आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो जाएगा।