रायबरेली। बछरावां स्थित उत्कर्ष पब्लिक स्कूल में आज नागपंचमी का पर्व बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्कूल परिसर में रंग-बिरंगी सजावट और पारंपरिक माहौल के बीच बच्चों ने गुड़िया पीटने की प्राचीन परंपरा निभाई।
- बच्चों का उत्साह चरम पर
छोटे-छोटे बच्चों ने हाथों में हरी डालियां लेकर प्रतीकात्मक रूप से गुड़िया पीटी। इस दौरान ‘नाग देवता की जय’ के उद्घोष गूंजते रहे। बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में आए थे, जिससे वातावरण पूरी तरह सांस्कृतिक रंग में रंग गया।
- शिक्षकों ने बताया नागपंचमी का महत्व
कार्यक्रम की शुरुआत में विद्यालय के शिक्षकों ने बच्चों को नागपंचमी के धार्मिक, सांस्कृतिक और पौराणिक महत्व के बारे में बताया। बच्चों को यह भी समझाया गया कि यह पर्व मानव और प्रकृति के सहअस्तित्व का प्रतीक है और सर्प संरक्षण का संदेश देता है।
विद्यालय प्रबंधन ने कहा ऐसे आयोजन न केवल बच्चों को हमारी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ते हैं, बल्कि उनमें आपसी एकता, सहयोग और धार्मिक सहिष्णुता की भावना भी जगाते हैं। नागपंचमी का यह आयोजन बच्चों की यादों में लंबे समय तक रहेगा और उन्हें भारतीय संस्कृति की जड़ों से जोड़े रखेगा।