महराजगंज (रायबरेली)। अतरेहटा ग्राम पंचायत के पूरे नारे गांव की लगभग 800 मीटर कच्ची सड़क बारिश के चलते कीचड़ और फिसलन से भर चुकी है। इस सड़क से गुजरना अब राहगीरों और स्कूली बच्चों के लिए जोखिम भरा हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत के बावजूद ग्राम प्रधान कृष्णावती ने सड़क की मरम्मत की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।
ग्रामीण प्रभात मौर्य, संतलाल पासी, रामसेवक, कल्लू, ताज मोहम्मद, शराफत अली, शौकत अली और पप्पू बेहना समेत कई लोगों ने बताया कि पूर्व प्रधान के घर से लेकर श्मशान घाट तक तो पक्की सड़क बनवाई गई है, लेकिन श्मशान घाट से गोचर तक की करीब 800 मीटर लंबी सड़क पिछले तीन वर्षों से उपेक्षा की शिकार है।
गांव के गढ़ी स्थित प्राथमिक विद्यालय जाने वाले बच्चों को इस मार्ग से रोज गुजरना पड़ता है, लेकिन सड़क कीचड़ से इतनी भर चुकी है कि बच्चे फिसलकर चोटिल हो रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क की मिट्टी बारिश में बह चुकी है, जिससे सड़क की सतह और ज्यादा खतरनाक हो गई है। वाहनों की आवाजाही तो दूर, अब पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी हर्षिता माथुर से इस जर्जर सड़क के पुनरुद्धार की मांग की है ताकि स्कूली बच्चों और आमजन को राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि इस मार्ग की दुर्दशा के कारण महराजगंज बाजार और अन्य स्थानों से संपर्क भी बाधित हो रहा है।