शकील अहमद
लखनऊ। 3 मार्च को विश्व में ‘विश्व वन्यजीव दिवस’ के नाम से मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में 04/03/2025 को नेशनल पी जी कॉलेज लखनऊ के प्राचार्य प्रो. देवेन्द्र कुमार सिंह के मार्गदर्शन में जंतु विज्ञान एवं वनस्पति विज्ञान विभाग के 80 छात्र-छात्राओं द्वारा ‘नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान’ जिसे लखनऊ ज़ू के नाम से जाना जाता है, का शैक्षिक भ्रमड़ किया। प्राचार्य प्रो. देवेन्द्र सिंह जी ने बताया कि इस दिन का उद्देश्य जंगलों, वन्यजीवों और पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
इसके लिए हमें उन सभी प्रजातियों के प्राकृतिक आवासों को और अधिक संरक्षित करने की आवश्यकता है जो विलुप्त होने के खतरे में हैं। जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ. ज्ञानेन्द्र कुमार ने बताया कि यह तारीख 1973 में ‘वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन’ (सीआईटीईएस) को अपनाने का दिन है। दिसंबर 20, 2013 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा के अड़सठवें सत्र में 3 मार्च को विश्व वन्यजीव घोषित करने का निर्णय लिया गया।
वनस्पति विज्ञान के विभागध्यक्ष डॉ. अविजीत चटर्जी ने कहा कि विश्व वन्यजीव दिवस हमें प्रकृति और जैव विविधता के महत्व को समझने और वन्यजीवों के संरक्षण हेतु कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है। प्रत्येक वर्ष इस दिवस की एक विशेष थीम होती है, जो वन्यजीवों एवं वनस्पतियों और उनके प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा पर केंद्रित होती है। विश्व वन्यजीव दिवस 2025 की थीम है: “वन्यजीव संरक्षण वित्त: जनमानस और ग्रह में निवेश”।
डॉ. अनुज सिंह (वनस्पति विज्ञान विभाग) इस वर्ष ‘वन्यजीव दिवस’ हमें वन्यजीव संरक्षण के लिए वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता और उनके प्रभावी उपयोग पर जोर देता है, ताकि जैव विविधता की रक्षा के साथ-साथ मानव और पृथ्वी दोनों के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने विभिन्न जीवों एवं वनस्पतियों का अवलोकन कर वन्यजीव संरक्षण का संकल्प लिया एवं प्राणी उद्यान में भ्रमड़ पर आये आगंतुकों में संवाद के जरिये जागरूकता फैलाई।