हैदरगढ़ (बाराबंकी)। श्रावण मास के तीसरे सोमवार की पूर्व संध्या पर बाराबंकी जनपद के हैदरगढ़ स्थित औशानेश्वर भगवान शिव मंदिर में हुए हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। हादसे में करंट लगने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हो गए।
- वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे
घटना की सूचना मिलते ही अयोध्या रेंज के आईजी प्रवीण कुमार और कमिश्नर गौरव दयाल सोमवार सुबह तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर का गहन निरीक्षण किया और पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने घायलों के उपचार और सुरक्षा इंतज़ामों को लेकर स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए।
- पुजारी का बयान – हादसे की वजह स्पष्ट
मंदिर के पुजारी ने बताया कि रविवार देर रात एक बंदर के कूदने से बिजली का तार टूट गया। टूटे हुए तार से करंट फैलने पर यह हादसा हुआ।
इस दौरान करंट लगने से कुछ श्रद्धालु झटके खा गए और दो श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई।
- कोई भगदड़ नहीं मची
सोशल मीडिया पर फैली भगदड़ की अफवाहों को खारिज करते हुए अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि मंदिर परिसर में किसी भी तरह की भगदड़ की स्थिति नहीं बनी थी। हादसे के बाद तुरंत राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
- सीएम योगी ने लिया संज्ञान
घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता देने और घायलों का समुचित उपचार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
- जलाभिषेक की प्रक्रिया दोबारा शुरू
जिला प्रशासन और वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर परिसर की विद्युत व्यवस्था को तुरंत दुरुस्त कराया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए जलाभिषेक की प्रक्रिया पुनः शुरू कराई गई।
- श्रावण सोमवार पर भारी भीड़
श्रावण मास के तीसरे सोमवार के अवसर पर रविवार शाम से ही औशानेश्वर शिव मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगी थी। देर रात को हुआ यह हादसा बेहद दुखद रहा, लेकिन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से हालात को काबू में कर लिया गया।