Monday, June 16, 2025
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सरोजनीनगर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने बड़े धूमधाम से मनाई परशुराम जयंती

शकील अहमद

सरोजनीनगर लखनऊ। राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने तहसील परिसर में अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर भगवान परशुराम की जयंती को धूमधाम से मनाया। तहसील परिसर में उपस्थित सभी वर्ग के लोगों ने अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर फूल माला पहनाकर आशीर्वाद लिया।

सरोजनीनगर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने बताया परशुराम जयंती हिंदू धर्म में भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है, जिसे अक्षय तृतीया भी कहा जाता है। परशुराम, जो विष्णु के छठे अवतार माने जाते हैं, भगवान परशुराम को न्याय और क्रोध के देवता के रूप में जाना जाता है अध्यक्ष ने कहा सभी वर्ग के अधिवक्ता साथियों ने भगवान परशुराम की जयंती मनाई और उनका आशीर्वाद लिया।

वहीं पर सरोजनीनगर बार एसोसिएशन के महामंत्री गोविंद प्रताप शुक्ला ने बताया भगवान परशुराम का जन्म त्रेता युग में हुआ था। वे ऋषि जमदग्नि और रेणुका के पुत्र थे. इनका मूल नाम राम था, लेकिन जब इन्हें भगवान शिव से परशु (कुल्हाड़ी) मिला, तब से इन्हें परशुराम कहा जाने लगा. परशुराम को न्याय और क्रोध के देवता के रूप में जाना जाता है।

महामंत्री ने बताया अक्षय तृतीया को अनंत-अक्षय-अक्षुण्ण फलदायक कहा जाता है। वर्ष में साढ़े तीन अक्षय मुहूर्त है, उसमें प्रमुख स्थान अक्षय तृतीया का है।

कहते है कि इस दिन जिनका परिणय-संस्कार होता है उनका सौभाग्य अखंड रहता है। इस दिन महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए भी विशेष अनुष्ठान होता है, जिससे अक्षय पुण्य मिलता है।

भविष्य पुराण के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन ॥ सतयुग एवं त्रेतायुग का प्रारंभ हुआ था। भगवान विष्णु के 24 अवतारों में भगवान परशुराम, नर-नारायण आदि तीन अवतार अक्षय तृतीया के दिन ही धरा पर आए। कुबेर को आज ही के दिन खजाना मिला था। ब्रह्मा जी के पुत्र अक्षय कुमार का अवतरण भी आज ही के दिन हुआ था।

तीर्थ स्थल बद्रीनारायण के पट भी अक्षय तृतीया को खुलते हैं। वृंदावन के बांके बिहारी के चरण दर्शन केवल अक्षय तृतीया को होते हैं । महामंत्री गोविंद प्रताप शुक्ला ने लोगों को भगवान परशुराम का मंत्र बताया

ॐ रां रां ॐ रां रां परशुहस्ताय नमः”ॐ नमः परशुहस्ताय नमः कोदण्डधारिणे, नमस्ते रुद्ररूपाय विष्णवे वेदमूर्तये” है। परशुराम गायत्री मंत्र “ॐ जामदग्न्याय विद्महे महावीराय धीमहि, तन्नो परशुराम प्रचोदयात्,

इस शुभ अवसर पर , अमित प्रताप सिंह, राजेश कुमार सिंह, संजय तिवारी, विवेक कुमार सिंह, सचिन जायसवाल, एच आर रहमान ललित मोहन,ओम प्रकाश सिंह अंकुज निर्मल, रविंद्र कुमार शुभम, मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र तिवारी आदि अधिवक्तागण काफी संख्या में उपस्थित रहे.

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