- इलाज में लापरवाही पड़ी युवक को भारी, समय पर नहीं करवाया इलाज
रायबरेली। खीरों थाना क्षेत्र के बरवलिया गांव में एक दर्दनाक हादसे में उस समय हड़कंप मच गया जब 21 वर्षीय युवक की जान चली गई। घटना के परिजनों को रो रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है युवक को जंगली सियार ने काटा था जिस पर युवक ने लापरवाही करते सही समय पर इलाज नहीं करवाया, बताया जाता है कि लापरवाही युवक की मौत का कारण बन गई। अगर सही समय पर एंटी रेबीज का डोज लिया होता शायद वह बच सकता था।
मिली जानकारी के अनुसार खीरों ब्लॉक के गांव बरवालिया निवासी राजेश (21) पुत्र श्रीकेशन को 24 जून को शौच के लिए खेतों की ओर जाते समय किसी सियार ने काट लिया था। घटना के बाद वह घर लौटा तो परिजनों से पूरी घटना बताई तो परिजनों ने अस्पताल चलने की बात कही लेकिन राजेश ने कहा कि वह खुद जाकर रेबीज का इंजेक्शन लगवा लेगा। राजेश की बातों पर भरोसा करते हुए परिजनों ने उसे नहीं रोका। लेकिन युवक ने न तो इंजेक्शन लगवाया और न ही किसी डॉक्टर को दिखाया। लापरवाही का नतीजा तब सामने आया जब 11 जुलाई शुक्रवार को उसकी हालत अचानक बिगड़ने लगी। घबराए परिजनों ने पहले उसे जिला अस्पताल फिर लखनऊ के एक निजी अस्पताल में दिखाया। जांच के बाद डॉक्टरों ने साफ कह दिया कि युवक के शरीर में रेबीज फैल चुका है और अब इलाज संभव नहीं है। डॉक्टरों की बात सुनकर परिजन उसे वापस गांव ले आए। मंगलवार की सुबह युवक ने तड़पते हुए दम तोड़ दिया। घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
मृतक के पिता श्रीकेशन, मां बिमला देवी, भाई मुकेश कुमार व उमेश कुमार, बहन संतोष कुमारी और पिंकी का रो-रोकर बुरा हाल है। जिन्हें थोड़ी सी लापरवाही से आज अपने परिवार के एक सदस्य की जान गंवानी पड़ी।
जनता से अपील, हल्के में न ले बंदर,कुत्ता, सियार जैसे जानवरों के काटने की घटना
पत्रकार संगठन जनता से अपील करता है कि किसी भी बंदर, कुत्ता, सियार जैसे जानवर के काटने पर स्थानीय डॉक्टर से संपर्क करते हुए तुरंत इलाज कराएं, रेबीज को हल्के में न लें।
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता की कमी
गांव वालों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग को इस तरह के मामलों पर गंभीरता के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलानी चाहिए, ग्रामीण क्षेत्रों में रेबीज के प्रति जागरूकता की आज भी कमी है।