रायबरेली। एक से 19 साल की आयु के बच्चों, किशोर और किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा दवा खिलाने के लिए सोमवार को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी) आयोजित हुया जिसका उद्घाटन जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा अरुण कुमार ने किला बाजार स्थित पूर्व माध्यमिक बालिका विद्यालय और आचार्य द्विवेदी नगर स्थित लियो कान्वेंट बालिका स्कूल के बच्चों को कृमि मुक्ति की दवा एल्बेंडाजोल खिलाकर किया।
डॉ. अरुण ने कहा कि एल्बेंडाजोल साल में दो बार फरवरी में एनडीडी के द्वारा और अगस्त माह में सर्वजन दवा सेवन (आईडीए) के तहत खिलाई जाती है। पेट में कीड़े होने से बच्चे कमजोर, कुपोषित हो जाते हैं। उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। बचपन में कुपोषण के दीर्घकालिक परिणाम होते हैं।
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी डी.एस. अस्थाना ने बताया कि पेट में कीड़े साफ़ सफाई के आभाव और बच्चों द्वारा नंगे पैर घूमने के कारण उनके शरीर में पहुँचते हैं और भोजन के पोषक तत्वों को खाकर बच्चे को कुपोषित बनाते हैं। इसलिए हमेशा फलों और सब्जियों को साफ़ पानी से धोकर ही खाएं और हमेशा पैरों में चप्पल पहने।
अस्थाना जी ने बताया कि सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त एवं निजी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को पेट से कीड़े निकालने की दवा खिलाई गयी तथा जो बच्चे विद्यालय नहीं जाते हैं उन्हें आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से खिलाई गयी। जो बच्चे 10 फरवरी को किन्हीं कारणों से दवा खाने से वंचित रह गए हैं उन्हें 14 फरवरी को मॉप अप राउंड के दौरान दवा खिलाई जाएगी।
इस मौके पर जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, अंजलि सिंह,, नितेश जायसवाल डीईआईसी मैनेजर, विनय पाण्डे शहरी स्वास्थ्य समन्वयक, पूर्व माध्यमिक विद्यालय किला बाजार की प्रधान अध्यापिका डॉ शान्ति अकेला और लियो कान्वेंट स्कूल की प्रधान अध्यापिका दीपा तिवारी,शिक्षक और विद्यार्थी मौजूद रहे।