आखिरकार आज बाबूजी की विदाई में सबकी आंखे नम हो गई
रायबरेली। सबकी आंखे नम थी, एक तरफ बधाईयों और सम्मान का तांता लगा तो दूसरी ओर सबके बीच प्रतिदिन रहने वाले उर्दू अनुवादक बाबू लाइक अहमद अब कल से ऑफिस में नहीं मिलेगे, उनके बिना कार्यालय भी कुछ सूना सूना जरूर लगेगा। ज्ञात हो कि डलमऊ सीओ ऑफिस में उर्दू अनुवादक (बाबू) आज रिटायर्ड हो […]
Continue Reading